पटना: बिहार चुनाव को लेकर NDA और महागठबंधन दोनों ही तरफ जोड़तोड़ का सिलसिला लगातार जारी है। अपने प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए सभी पार्टी के आलाकमान जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं में भी जोश भर रहे हैं लेकिन राजद के लिए बुधवार का दिन जोरदार झटकों वाला दिन रहा। एक तरफ मोहनिया से एक प्रत्याशी श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हो गया तो दूसरी तरफ राजद के वरीय नेताओं में से एक और अति पिछड़ा समाज में मजबूत पकड़ रखने वाले पूर्व विधायक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद राजद के स्टार प्रचारक अनिल सहनी ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि अनिल सहनी टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे और बुधवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
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विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजद के रणनीतियों को देखें तो एक तरफ लालू यादव ने अति पिछड़ा वोट को साधने के लिए मंगनी लाल मंडल को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया तो दूसरी तरफ मुजफ्फरपुर के कुढनी के वर्तमान विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अनिल सहनी का इस्तीफा राजद के लिए काफी नुकसानदेह माना जा रहा है। अपना इस्तीफा देते हुए अनिल सहनी ने पार्टी पर अति पिछड़ा समाज की अनदेखी का आरोप लगाया और राजद से इस्तीफा के बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली। बता दें कि अनिल सहनी राजद में जाने से पहले JDU में थे और इस पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा था। बताया जा रहा है कि अनिल सहनी अपने बेटे को कुढनी विधानसभा सीट से टिकट दिलवाना चाहते थे लेकिन लालू यादव ने बबलू कुशवाहा को उम्मीदवार बना दिया जिसके बाद से अनिल सहनी नाराज चल रहे थे।
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