नालंदा: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद विभिन्न शहरों में बुलडोजर एक्शन शुरू हो गया है। बिहार के कई शहरों में अवैध अतिक्रमण पर प्रशासन लगातार बुलडोजर चला रहा है और अवैध निर्माण को तोड़ रहा है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के रहुई प्रखंड क्षेत्र के शिवनंदन नगर गांव में भी प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया और वहां बसे लोगों के घरों को तोड़ दिया। बुलडोजर एक्शन के बाद अब पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव पहुंचे और लोगों से मुलाकात के बाद बिहार की सरकार पर जम कर बरसे।
पप्पू यादव ने कहा कि देश में लोकतंत्र और जनतंत्र खत्म हो चुका है। NDA ने जनता की आँखों में धुल झोंक कर 202 सीटों की चोरी कर ली है और सरकार बना ली। सरकार जनता के लिए होती है न कि जनता सरकार के लिए। पप्पू यादव ने कहा कि गरीब, दलित, महादलित और अत्यंत पिछड़े समुदायों पर लगातार अन्याय हो रहा है लेकिन सरकार उनकी पीड़ा सुनने के बजाय उन्हें उजाड़ने की नीति पर काम कर रही है।
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि बिना क़ानूनी प्रक्रिया अपनाये दलित और गरीब लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं। यह वही सरकार है जिसने 20 वर्ष के शासन के बावजूद अत्यंत पिछड़ी जातियों और दलितों को मुलभुत अधिकार तक नहीं पाई और अब उन्हें बेघर भी कर रही है। हमारे नेता राहुल गांधी ने हमें जनता की आवाज उठाने के लिए भेजा है। देश में लोकतंत्र और संविधान का असली रूप खत्म किया जा रहा है। जिस जमीन पर चार-पांच पीढ़ियों से परिवार रह रहा है अब उस जमीन पर अचानक अतिक्रमण का ठप्पा लगा कर बुलडोजर चला दिया गया।
पप्पू यादव ने कहा कि इंदिरा गांधी की सरकार इसी भूमि पर आवास दी, बिजली पहुंचाई, सड़क बनाया और अब उस जमीन पर बने घर को अवैध बताया जा रहा है। अगर यह गलत है तो फिर इस पर रूपये क्यों खर्च किये गए। बिहार में केवल गरीबों को ही निशाना बनाया जा रहा है। पप्पू यादव ने भूमिहीन लोगों के पुनर्वास के लिए नदी किनारे की जमीन को चिह्नित करने को भी गलत और गैर व्यावहारिक बताया और कहा कि उस जमीन पर पहले से कब्ज़ा है। वहां सुरक्षा का खतरा हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि गैर मजरुआ जमीन पर माफिया लोग होटल और पक्का मकान बना कर बैठे हैं लेकिन सरकार उनके ऊपर कार्रवाई नहीं करती है।
पप्पू यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रशासन यह बताएं कि गरीबों और दलित-पिछड़ों को बिना पुनर्वास के उजाड़ना कौन-सा कानून है। सीजेआई गोगोई ने कहा था कि ‘कानून का राज’ चलेगा, लेकिन बिहार में बिना प्रक्रिया के घर उजाड़ना किस कानून में लिखा है? राज्यभर में दलित, महादलित और अत्यंत पिछड़ा समुदाय के लोगों को तोड़ा-उजाड़ा जा रहा है, जबकि उनकी आजीविका केवल छोटा व्यवसाय, सब्जी, पान, परचून जैसे दुकानों पर टिकी है। आरक्षण खत्म करने की बात, SC-ST एक्ट कमजोर करने की कोशिश और गरीबों के घर उजाड़कर आप कौन-सा राज लाना चाहते हैं? पहले शिक्षा दीजिए, रोजगार दीजिए, जमीन दीजिए, तब विकास की बात करिए। उन्होंने मांग की कि सभी उजाड़े गए परिवारों को तत्काल सम्मानजनक पुनर्वास, एक बीघा जमीन और मुआवज़ा दिया जाए।
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