सारण: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने राज्य में उद्योग धंधे और राज्य में ही लोगों को रोजगार देने का वादा किया था तो दूसरी तरफ NDA ने भी अपने मेनिफेस्टो में बंद पड़े चीनी मिल के साथ ही अन्य कई तरह के उद्योग शुरू करने का एलान किया था। अब नई सरकार बनते ही सरकार ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में ही राज्य में नए चीनी उद्योग खोलने और बंद पड़े चीनी उद्योग शुरू करने की सहमति बन गई थी।
गुरुवार को सोनपुर मेले में गन्ना उद्योग मंत्री संजय पासवान ने एक बार फिर एलान किया है कि राज्य में बंद पड़े चीनी मिल और नए चीनी मिल एक बार फिर से शुरू किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है और सरकार के स्तर से इस पर प्रयास भी शुरू कर दिया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमिटी का गठन कर दिया गया है।
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संजय पासवान ने कहा कि जल्द ही कमिटी की रिपोर्ट के अनुसार नए चीनी मिल खोलने और बंद पड़े चीनी मिलों को शुरू किया जायेगा जिससे स्थानीय स्तर पर बड़े स्तर पर रोजगार मिलेगा और उद्योग धंधों को भी बढ़ावा मिलेगा। इतना ही नहीं स्थानीय गन्ना किसानों को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि वे गन्ना की खेती को बढ़ावा देने के लिए नई तकनीकों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की मुख्य चुनौतियों के समाधान करने की बात कही। गन्ना मंत्री ने किसानों से खुले तौर पर सुझाव देने की अपील की, ताकि वे उनकी समस्याओं का समाधान बेहतर तरीके से कर सकें।
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